गुलाब शरबत: स्वाद के साथ-साथ स्वास्थ्य और राष्ट्र सेवा का दावा भी करता है पतंजलि

गुलाब शरबत: स्वाद के साथ-साथ स्वास्थ्य और राष्ट्र सेवा का दावा भी करता है पतंजलि
Patanjali Business News: योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि का गुलाब शरबत आर्टिफिशियल रंग, प्रिजर्वेटिव्स और बहुत चीनी वाले पारंपरिक ड्रिंक्स को टक्कर दे रहा है. कंपनी का दावा है कि यह शरबत न केवल स्वादिष्ट और ताजगी भरा है, बल्कि यह आयुर्वेद के सिद्धांतों पर आधारित है. कंपनी का लक्ष्य है कि लोग कैफीन, सोडा और पानी आधारित हानिकारक पेय पदार्थों से दूर रहें और प्राकृतिक, स्वस्थ विकल्प अपनाएं.
कंपनी का कहना है, ”पतंजलि का दृष्टिकोण सिर्फ उत्पाद बेचना नहीं है. यह कंपनी समाज के कमजोर वर्गों, खासकर गरीब और आदिवासी समुदायों की मदद करना चाहती है. इसके लिए पतंजलि शिक्षा के क्षेत्र में भी काम कर रही है.” कंपनी का मानना है कि स्वस्थ शरीर और शिक्षित दिमाग ही देश को मजबूत बनाते हैं. गुलाब शरबत जैसे उत्पादों से होने वाली आय का कुछ हिस्सा इन सामाजिक कार्यों में लगाया जाता है.
क्या है गुलाब शरबत की खासियत?
कंपनी ने अपने पेय पदार्थ गुलाब शरबत के बारे में बताया है, ”इसकी खासियत यह है कि यह पूरी तरह प्राकृतिक सामग्री से बनता है. इसमें गुलाब की पंखुड़ियों का अर्क होता है, जो न केवल स्वाद बढ़ाता है, बल्कि शरीर को ठंडक और ताजगी भी देता है. यह शरबत गर्मियों में विशेष रूप से लोकप्रिय है, क्योंकि यह प्यास बुझाने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है.” पतंजलि का कहना है कि उनके उत्पाद आयुर्वेद की पुरानी परंपराओं को आधुनिक तरीके से लोगों तक पहुंचाते हैं.
राष्ट्र सेवा को लेकर कंपनी ने क्या कहा?
राष्ट्र सेवा को लेकर कंपनी ने कहा है, ”पतंजलि का यह प्रयास देश के हर कोने में पहुंच रहा है. हमारा मकसद है कि हर भारतीय तक आयुर्वेद की पहुंच हो और कोई भी अस्वस्थ पेय पदार्थों का शिकार न बने. गरीब बच्चों को शिक्षा और आदिवासी समुदायों को बेहतर जीवन देने की दिशा में कंपनी के कदम देश के विकास में योगदान दे रहे हैं. इस तरह पतंजलि का गुलाब शरबत सिर्फ एक पेय नहीं, बल्कि एक बड़े सामाजिक मिशन का हिस्सा है.”