पाकिस्तान की करेंसी का बुरा हाल! जून के आखिर तक 1 डॉलर के मुकाबले 285 हो जाएगा रुपया, फिच ने लगाया अनुम

पाकिस्तान की करेंसी का बुरा हाल! जून के आखिर तक 1 डॉलर के मुकाबले 285 हो जाएगा रुपया, फिच ने लगाया अनुम
Pakistan Economy: फिच रेटिंग्स ने हाल ही में लगाए गए अपने एक अनुमान में कहा है कि पाकिस्तान का सेंट्रल बैंक किसी भी प्रकार के बाहरी दबाव से निपटने के लिए पाकिस्तानी रुपये के मान को गिरने दे सकता है क्योंकि देश की आर्थिक गतिविधियां रफ्तार पकड़ रही हैं. इंटरनेशनल रेटिंग एजेंसी फिच में सॉवरेन रेटिंग्स के निदेशक क्रिस्जेनिस क्रस्टिंस ने जून 2025 तक रुपये के गिरकर 285 रुपये प्रति अमेरिकी डॉलर पर आने और वित्त वर्ष 26 के अंत तक 295 रुपये पर आने का अनुमान लगाया है.
करेंसी कमजोर होने पर ये होगा
फिच ने कहा है, पाकिस्तान का सेंट्रल बैंक रुपये को धीरे-धीरे कमजोर होने देगा ताकि अर्थव्यवस्था के गति पकड़ने के साथ चालू खाते पर दबाव को कम किया जा सके. पाकिस्तान से पड़ोसी देशों में डॉलर की तस्करी के बढ़ते मामलों के बीच सितंबर 2023 के पहले सप्ताह में पाकिस्तानी रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 307.10 रुपये के ऑल-टाइम लो लेवल पर चला गया था.
इसके बाद अवैध मुद्रा डीलरों पर सरकार की कार्रवाई से 2024 की पहली छमाही में पाकिस्तानी रुपये को लगभग 277 रुपये प्रति अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने में मदद मिली. फिच ने यह भी माना कि करेंसी कमजोर होगी, तो आयात पर खर्च अधिक बढ़ेगी, लेकिन व्यापार घाटे को कम करने और रिजर्व बफर को सहारा देने में मदद मिलेगी.
पाकिस्तान की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग अपग्रेड
पिछले साल देश के डिफॉल्ट होने की स्थिति से बचने के बाद तेल की कीमतों में गिरावट और बेहतर आत्मविश्वास से आर्थिक सुधार को बल मिला है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ने आईएमएफ से कई किश्तें हासिल की हैं और फिच ने हाल ही में निरंतर सुधार प्रयासों के जवाब में पाकिस्तान की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को अपग्रेड किया है.
घटा देश का विदेशी मुद्रा भंडार
इस बीच, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान गवर्नर जमील अहमद ने पिछले हफ्ते कहा था कि पिछले कुछ महीनों से विदेशी ऋणों की भरपाई करने के कारण पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में 2 बिलियन डॉलर की गिरावट आई है, जिससे कुल भंडार घटकर 10.6 बिलियन डॉलर रह गया है. हालांकि, उन्होंने जून के अंत तक पाकिस्तान को वैश्विक वित्तीय संस्थानों से प्राप्त होने वाले धन सहित बाहरी स्रोतों से 4-5 बिलियन डॉलर प्राप्त होंगे.
इसके चलते जून के आखिर तक विदेशी मुद्रा भंडार 14 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा, जो पहले के 13 बिलियन डॉलर के अनुमान से अधिक है. उन्होंने कहा कि मार्च में आयात बढ़कर 5.7 बिलियन डॉलर हो गया, जो आर्थिक गतिविधियों में तेजी का संकेत है. गवर्नर ने यह भी अनुमान लगाया कि वित्त वर्ष 2025 में यहां की अर्थव्यवस्था 3 परसेंट बढ़ेगी, जबकि वित्त वर्ष 2024 में यह 2.5 परसेंट थी.
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